-------सपने------

 दिन के उजालों में, यूं सपने देखा नहीं करतें ,

रात के सपनों में, यूं खोया नहीं करतें ।

अगर रखते हों चाहत,उड़ान भरने की ,

तो दिन में, सोया नहीं करतें ।

दिल और दिमाग में ,उड़ान का ख़्याल रख कर ,

उसे भूला नहीं करतें ।

मेहनत हर पल करतें है ,

कदम से कदम आगे बड़ा करतें हैं । 

सोच दूर तक जाने की रख कर,

यूं बीच में रुका नहीं करतें।

सफल होने का ख़्याल छोड़ कर,

अपने वक्त का उपयोग करके,

हर वह जी तोड़ कोशिश करते हैं।

आगे बढ़ने का खौफ छोड़ कर ,

पीछे लोटा नही करतें ।

इसी सफ़र में अपने आप को ,

उस जगह पाकर ,

खुश होना भूला नहीं करतें।

साथ ही अपने आप को ,

आगे बढ़ने से रोका नहीं करतें ।

मुकाम चाहें दूर हो,

अब हार माना नहीं करते।

बस रख कर ख़ुद पर यकीन,

आगे बढ़ना,छोड़ा नहीं करतें।।


                                    ~निलिशा नागर 


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